डेस्कटॉप कंप्यूटर पर हिन्दी टाइपिंग

हिन्दी में जब टाइप करने की बात हो तो अब भी बहुत से लोग कुंजीपटल (keyboard) की कठिनाइयों का सामना करते पाए जाते हैं। हिन्दी में टाइपिंग अभी भी बहुत सहज और सुलभ नहीं है। अगर किसी भाषा को आगे बढ़ना है तो उसमें लिखने-पढ़ने की सुविधा आसानी से उपलब्ध होनी चाहिए। हिन्दी एक समृद्ध भाषा होते हुए भी आज कुछ उपेक्षित सी महसूस होती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। परंतु जो कारण पिछले दशक में सबसे ज्यादा उभर कर सामने आई है वो ये कि लोग अब अपनी जरूरत की ज्यादातर लिखाई-पढ़ाई किसी डिजिटल डिवाइस (कम्प्यूटर/मोबाईल/टैबलेट आदि) पर करते हैं। ऐसे में अगर कोई अपनी भाषा में लिखने में असहज या असहाय महसूस करे तो यह उस भाषा के लिए शर्मनाक है। हिन्दी में लिखने के लिए हाल-फिलहाल में कई सारे सॉफ्टवेयर विकसित किए गए हैं। इनमें जो कुछ काम की हैं और जो सबसे अच्छी हैं उनका एक ब्यौरा मैं नीचे देने की कोशिश कर रहा हूं। विण्डोज़ मशीन में हिन्दी टाइपिंग एक बात मैं पहले ही बता दूं मेरे अभी तक के अनुभव में अगर आप डेस्कटॉप पीसी (विण्डोज़ मशीन) पर काम कर रहे हैं तो आपके लिए सबसे अच्छे विकल्प दो हैं। यदि आपने हिन्दी में टाइपिंग पहले से सीखी है तो पहला विकल्प है कि आप विण्डोज़ के आंतरिक हिन्दी कुंजीपटल का इस्तेमाल करें। अगर आपने हिन्दी में टाइपिंग सीखी होगी तो इस कुंजीपटल का इस्तेमाल करना आपके लिए सरल होगा। विण्डोज़ मशीन में डिफॉल्ट रूप मे जिस कुंजीपटल का इस्तेमाल किया गया है वह है इन्स्क्रिप्ट (INSCRIPT). यह बहुत हद तक रेमिंग्टन टाइपराइटर के आधार पर बनाया गया है और इसे सीखना आसान होगा आपके लिए। परंतु यह कुंजीपटल उन लोगों के लिए अच्छा नहीं है जो पहली बार हिन्दी में टाइप कर रहे हैं। क्योंकि INSCRIPT कुंजीपटल के अक्षर विन्यास को सीखने के लिए समय चाहिए होगा। चुंकि इस कुंजीपटल को QWERTY कुंजीपटल के उपर मैप किया गया है, आप अक्षर विन्यास को देख नहीं सकते। फलतः आपको इस विन्यास को सीखने में समय लगेगा। INSCRIPT कुंजीपटल और विण्डोज़ या अन्यत्र कहीं इस कुंजीपटल का इस्तेमाल कैसे करें इसके उपर मैं बाद में लिखुंगा और एक लिंक यहां भी डाल दुंगा। आप बताएं आपकी रुचि इसमें है कि नहीं। दूसरा बेहतरीन (और मेरे हिसाब से सबसे अच्छा) विकल्प विण्डोज़ मशीन पर हिन्दी में टाइप करने का जो है वो है “बरह” (Baraha) सॉफ्टवेयर का प्रयोग। बरह सॉफ्टवेयर हिन्दी और अन्य कई भारतीय भाषाओं में टाइप करने का सबसे पुराना सॉफ्टवेयर है (करीबन एक दशक पहले इसका पहला वर्ज़न आया था)। तब से लेकर अब तक इसके १० से ज्यादा वर्ज़न आ चुके हैं। शुरुआत में यह सॉफ्टवेयर मुफ्त था। परंतु २०१० के बाद से इस सॉफ्टवेयर का एक मूल्य निर्धारित कर दिया गया है। प्रयोक्ता को इसका प्रयोग करने के लिए इसे खरीदना पड़ता है। फिर भी यदि आपके पास यदि पुराना वर्ज़न (७, ८ या ९) है तो आप इसका प्रयोग मुफ्त में कर सकते हैं (ये सारे वर्ज़न विण्डोज़ के सभी नवीनतम संस्करणों पर काम करते हैं)। बरह सॉफ्टवेयर की सबसे बड़ी खूबी है कि यह ट्रांसलिटरेशन मेथड पर आधारित अक्षर विन्यास प्रदान करता है। अर्थात यह लगभग उसी तरह है जैसे कि आप रोमन में अपने मोबाइल पर कोई मैसेज लिखते हैं या किसी का नाम सहेजते हैं और रोमन लिपी में दिखने के बजाय यह देवनागरी लिपी में दिखता है। अर्थात यदि आप अपने कम्प्यूटर पर बरह सॉफ्टवेयर का प्रयोग करते हुए “kamal” टाइप करते हैं तो आपको देवनागरी में “कमल” दिखेगा। हालांकि इसमें भी कुछ चीजें आपको सीखनी पड़ेंगी। जैसे कि यदि आप “ज्ञ” लिखना चाहें तो आपको यह जानना पड़ेगा कि यह अक्षर “j~j” टाइप करने पर मिलेगा। परंतु चुंकि इस तरह के अक्षर कम ही हैं, इसीलिए इन्हें याद रखना आपके लिए आसान होगा। अगर आप विण्डोज़ में हिन्दी या कोई और अन्य मुख्य भारतीय भाषा (उर्दू को छोड़कर) टाइप करना चाहते हैं तो बरह एक अच्छा उपाय है। और साथ में यह कि यदि आप बरह में हिन्दी लिखना सीख गए तो आप कम से कम अन्य प्रमुख भाषाओं कि लिपियों मे लिखना भी सीख जाएंगे। अर्थात जिस तरह से आप हिन्दी लिखते हैं उसी तरह आप गुजराती, बंगाली, उड़िया व अन्य बरह समर्थित लिपियों में भी लिख सकते हैं। यदि इस पर और जानकारी चाहिए तो आप बरह के वेबसाइट “www.baraha.com” पर जा सकते हैं या मुझसे भी संपर्क कर सकते हैं। हिन्दी में इस सॉफ्टवेयर के बारे और जानकारी के लिए विकिपीडिया पर भी जा सकते हैं। http://hi.wikipedia.org/wiki/बरह_डायरॅक्ट http://hi.wikipedia.org/wiki/बरह अन्य पीसी मशीनों मे हिन्दी टाइप करना तो उपर तो विण्डोज़ में हिन्दी टाइप करने के दो आसान तरीके बताए गए हैं। परंतु जब आप किसी लिनक्स सिस्टम या एपल का मैक अथवा और किसी ऑपरेटिंग सिस्टम पर होते हैं तो आपको अन्य तरीके ढूंढने होंगे। मैक में तो कुछ आंतरिक तरीके हैं परंतु लिनक्स सिस्टम्स में आपको या तो खुद से कीमैप तैयार करना पड़ेगा अथवा कहीं और से डाउनलोड कर इन्स्टॉल करना पड़ेगा।